भैयादूज मैं मां यमुना के कपाट शितकालीन के लिये बंद।।
अब खरसाली गांव मैं छह माह तक मां यमुना के दर्शन कर सकेगें श्रद्धालु।।
उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध मां यमुना के कपा मंगलवार को भैया दूज के पावन शुभ अवसर पर दोपहर 12:25 बजे अभिजीत मुहूर्त पर विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए छह माह तक बंद कर दिए। अब अगले 6 माह तक मां यमुना के दर्शन श्रद्धालु उनके शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में कर सकेंगे । अगले 6 महीने बाद अक्षय तृतीया के इंतजार रहेगा । इस अवसर पर ग्रीष्मकाल के लिए गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल, उपाध्यक्ष जगमोहन उनियाल, प्रवक्ता बागेश्वर उनियाल ने बताया है कि भैया दूज को यमुना के शीतकालीन प्रवास खुशीमठ से शनिदेव की डोली मां यमुना को लेने सुबह यमुनोत्री धाम पहुंची। जहां विधिवत पूजा अर्चना के बाद परंपरा अनुसार यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:25 बजे बंद कर दिए । जिसके बाद पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शनिदेव की डोली की अगुवाई में मां यमुना की उत्सव डोली यमुनोत्री से खुशीमठ के लिए रवाना हुई। शाम को खुशीमठ पहुंचेगी। जहां गांव के लोग मां यमुना की उत्सवडोली का एक बेटी की तरह कर रहे हैं। मां यमुना अपने शीतकालीन प्रवास यमुना मंदिर में विराजमान होंगे। शीतकाल में 6 माह तक देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु यहीं पर मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे तथा शीतकाल के छह महीने बाद अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर ग्रीष्मकाल के लिए पूण: यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इस बार अब तक के रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओ ने मां युमना के दर्शन किये हैं।