उत्तरकाशी। भारतीय चिकित्सा परिषद के उपाध्यक्ष डॉक्टर जीएन नौटियाल ने बताया है कि अच्छी इम्यूनिटी ही पूर्ण रूप से महामारी से बचा सकती है। उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व कोरोना महामारी से ग्रस्त है। स्वाभाविक है। आज विश्व के बड़े- बड़े शक्तिशाली देश आधुनिक चिकित्सा एवं उपकरणों से सुसज्जित हैं होने के बावजूद भी कोरोना महामारी के सामने अपनी हार मान चुके हैं।
भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखण्ड के तत्वावधान में उत्तरकाशी जिले की गंगा और यमुनाघाटी के सैकड़ों आयुष कोरोना वाॅरियर्स जनों को सम्मानित किया गया। इससे पूर्व उत्तरकाशी जिले के दौरें पर पंहुचने पर भारतीय चिकित्सा परिषद के उपाध्यक्ष डा. जेएन नौटियाल का जगह-जगह आयुष डॉक्टरों ने भव्य स्वागत किया। श्री नौटियाल ने उत्तरकाशी जिले के भ्रमण के दौरान कोरोना वारियर्स आयुष चिकित्साधिकारी आयुष फार्मासिस्ट एंव आयुष विभाग की नर्से, पंचकर्म सहाय, मिनिस्टर्ड कर्मचारियों को सम्मानित किया। उन्होंने उत्तरकाशी जिला पंचकर्म यूनिट में जिला आयुर्वेदिक युनानी अधिकारी डा. कुसुमलता उनियाल ,वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डा. रमाशंकर बलूनी, डा. लोकेंद्र दत्त नौटियाल, डा.जय किशन चंदोक , डा. हर्ष मणि नौटियाल, डॉ रतन मणि भट्ट, डॉ विनोद रावत डॉ बसंती, डॉ गुमान सिंह भंडारी, बालम देई, आयुष फार्मेसिस्ट अमित सोनी, अरविंद पैन्यूली, दुर्गेश नौटियाल, विजयपाल पयाल , मनमोहन आदि समेत दर्जनों चिकित्सको और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उधर ़परिषद के उपाध्यक्ष डा.जे.एन.नौटियाल ने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया कि देश में 7 लाख आयुष चिकित्सक , फाॅर्मेसिस्ट एंव अन्य स्टाफ कोविड 19 के बार रूम ,कोरोन्टाईन सेन्टर , स्क्रीनिंग प्वाईन्ट एंव रैपिड स्क्रीनिंग के कार्यो में जुटें है उत्तराखण्ड में लगभग 2 हजार आयुष डाक्टर ,फाॅर्मेसिस्ट एंव स्टाफ कोविड 19 में रात दिन काम कर रहे है। कोरोना वारियर्स क मनोबल को बढ़ाने व उत्साह वर्घन के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद उन्हें सम्मानित कर रहा है। उन्होंने बताया कि राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय एंव पंचर्कम सेन्टर बड़कोट में 82 आयुष चिकित्सकों , एंव फाॅर्मेसिस्ट एंव पंचर्कम स्टाफ में डा.हरदेव सिंह रावत, डा.विरेन्द्र चन्द ,डा. रश्मि चन्द , डा.मनमोहन राणा, डा.सीमा जयाड़ा चैहान,मनोज अवस्थी , शशि रावत ,आनन्द सिंह राणा, ललिता पयाल आदि दर्जनों को सम्मानित किया गया। डामटा में भी कोरोना योद्वाओं को सम्मानित किया गया।