अनघा माउण्टेन एसोसिएशन का प्रयास, मंगसीर कि बगवाल मैं लौट आई पौराणिक खुशबू।। राशो तांदी पारंपरिक झांकियां रही हिट ।।

 


अनघा माउण्टेन एसोसिएशन का प्रयास, मंगसीर कि बगवाल मैं लौट आई पौराणिक खुशबू।।


राशो तांदी पारंपरिक झांकियां रही हिट ।।


उत्तरकाशी (चिरंजीव सेमवाल)।  बाड़ाहाट मैं दो दिवसीय  पारंपरिक मंगसीर की बग्वाल  रंगारंग सांस्कृतिक झांंकियों के साथ संपन्न  हो गई। इस दौरान स्थानीय लोग ने अपनी संस्कृति को बचाने के लिए  स्थानीय परिधानों से सजे दिखे। मंगलवार को कंडार देवता मंदिर से रासौ तांदी नृत्य करते हुए सुंदर झांकियां निकाली गई। 
 रामलीला मैदान में देवदार तथा चीड़ की लकड़ी से बनाए भैलो को जलाकर लोगों ने मंगशीर की बग्वाल का आनंद लिया। अनघा माउण्टेन एसोसिएशन की ओर से रामलीला मैदान में दो दिसवीय मंगसीर की बग्वाल को धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्तिक माह की दीपावली के एक माह बाद मंगशीर की बग्वाल मनाई जाती है। इतिहास है कि तिब्बती लुटेरों से जीतने के बाद जब माधो सिंह भंडारी घर वापस लौटे तो उनके स्वागत में मंगशीर की बग्वाल का आयोजन किया गया। अपनी इसी संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्द्धन के लिए आज रामलीला मैदान में मंगशीर की बग्वाल को मनाया गया। जिसमें कि पहले तो कंडार देवता मंदिर से स्थानीय महिलाओं ने अपने पारंपरिक गण वेश में रासौ तांदी नृत्य किया। जिसे देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ नगर की सड़कों पर लगी दिखी। इस झांकी का आयोजन कंडार देवता मंदिर से होते हुए विश्वनाथ चौक तथा अंत में रामलीला मैदान तक किया गया। इस दोरान पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल, दमाऊ एवं रणसिंगे की सुंदर प्रस्तुति दिखी। इसके बाद रामलीला मैदान में भैलो जलाकर मंगशीर की बग्वाल को मनाया गया। इस दौरान इस मंगशीर की बग्वाल को मनाने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। लोगों ने मंगशीर की बग्वाल का खूब आनंद लिया। इस मौके पर गंगोत्री विधायक  गोपाल रावत ने आयोजन केे लिए अनघा माउंटेन एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों को सफल आयोजन के लिए  धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर अनघा माउंटेन के अध्यक्ष हिमांशु शेखर जोशी, शैलेंद्र नौटियाल,   अजय पुरी  सहित  


   नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष रमेश सेमवाल व  जयवीर चौहान ,विजय संतरी ,नथी लाल शाह ,हरीश डंगवाल ,सुरेंद्र सिंह गंगाडी, सुरेंद्र चौहान अरविंद बिष्ट ,सहित सैकडों लोगों मौजूद रहे हैं।