छोटी सरकार के निर्वाचित प्रतिनिधियों को  शपथग्रहण का इंतजार शपथग्रहण में हो रही देरी को लेकर कटघरे में सरकार!?

छोटी सरकार के निर्वाचित प्रतिनिधियों को 
शपथग्रहण का इंतजार
शपथग्रहण में हो रही देरी को लेकर कटघरे में सरकार!?
चिरंजीव सेमवाल 
उत्तरकाशी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम घोषित होने के तीन सप्ताह बाद पूरे हो चुके है लेकिन नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का शपथग्रहण की तिथि सरकार द्वारा घोषित न करने से पंचायत प्रतिनिधियों में भारी उत्सुकता बनी हुई है। 
बता दें सरकार द्वारा पंचायत चुनाव को समय कराए जाने के कारण 6 महीने बाद कोर्ट की फटकार के बाद चुनाव संपन्न करवाएं। 21 अक्टूबर 2019 को हरिद्वार जनपद को छोड़कर शेष 12 जनपदों में ग्राम प्रधानों, ग्रामसभाओं के वार्ड सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्यों के परिणाम घोषित कर दिए गए थे और 6 नवंबर 2019 को क्षेत्र पंचायत प्रमुख एवं सात नंवबर 2019 को जिला पंचायत के अध्यक्षों के परिणाम घोषित कर दिए गए थे। इसके बावजूद अभी तक निर्वाचित छोटी सरकार के पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण संपन्न न होने से उक्त पदाधिकारी अपनी नई पारी का आगाज नहीं कर पा रहे है। दरअसल पंचायतों कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रधानों/प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्षों का कार्यभार प्रशासकों के हवाले कर दिया गया था लेकिन हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद प्रशासकों को वित्तीय एवं नीतिगत फैसलें लेने पर पाबंदी लगाई गई थी। जिसके चलते प्रशासकों के पिछले 6 महीने के कार्यकाल से राज्य के 12 जनपदों के ग्रामीणांचलों में विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है। मौजूदा दौर में गांव में वातावरण अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है। पराजित उम्मीदवारों को अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों के प्रति खटास बनी हुई है। इसी तरह ब्लॉक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्षों में हार का मलाल साफ दिखाई दे रहा है। इस प्रकार की हालात नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। अब सरकार की ओर से शपथग्रहण की तिथि निर्धारित होनी है तो शपथग्रहण के बाद ही निर्वाचित प्रतिनिधि अपनी सियासी पारी का आगाज कर सकेंगे लेकिन सरकार की ओर से तीन सप्ताह से पंचायत प्रतिनिधियों की प्रथम बैठक एवं शपथग्रहण की तिथि घोषित न करने से नाराजगी भी है।