उत्तरकाशी(चिरंजीव सेमवाल): तत्कालीन निशंक सरकार द्वारा प्रदेश में चार नये जनपदोंं की माांां ने एक बार पुुुन: जोरपकड लिया है। गत सप्ताह नए जिलों की मांग को लेकर यमुनाघाटी से नये जिले बनाओ संघर्ष समिति नेचेतना यात्रा निकाल कर सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को 4 जनपथ बनानेे की माग ऊठाई है।
बतादे कि निशंक सरकार पूर्व में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड में चार नए जनपदों की घोषणा की गई थी जिसमें गढ़वाल के यमुनोत्री, कोटद्वार तथा कुमाऊं मंडल से डीडीहाट और रानीखेत शामिल थे।
पृथक जनपद संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की चेतना अभियान यात्रा का सोमवार को देहरादून में समापन हुआ और यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत के नेतृत्व में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिह रावत से मुलाकात कर घोषित पृथक चार जनपद यमुनोत्री ,कोटद्वार,रानीखेत,डीडीहाट को जल्द अस्तित्व में लाने की स्वीकृति देने की मांग की।
सी एम ने प्रतिनिधि मंडल को विश्वास दिलाया कि सरकार इस मामले में गंभीर है।
यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने कहा कि जनपदों के अस्तित्व में आने की आवश्यकता को माना और छोटी इकाई के गठन से विकास को गति मानने पर बल दिया । संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि चारों जनपदों के अस्तित्व में आना नितांत जरूरी है । उन्होंने कहा कि आम लोगो की मांग चारों जनपदों का गठन जरूरी है । सरकार को इसमें जल्द निर्णय लेना होगा । प्रतिनिधि मंडल में विधायक केदार सिंह रावत, अब्बल चंद कुमाई , विशाल मणि रतूड़ी सहित दर्जनो लोग मौजूद थे ।