राम के आचरण को आत्मसात कर उतारे जीव में :: मोरारीबापू।।
राम कथा शुरू,काशीनगरी में गूंजेगा राम- नाम।।
उत्तरकाशी से पुराना नाता :: मोरारी बापू।
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उत्तरकाशी। (चिरंजीव सेेेमवाल)। काशी नगरी उत्तरकाशी में नौ दिवसीय श्रीराम वेपाठ के साथ प्रारंभ हो गई। शनिवार को दोपहर बाद पतितपावन मां गंगा जी के तट पर ज्ञानसू मैं कैलाश आश्रम के पीठाधीश स्वामी सिद्धेश्वर महाराज सहित कई संत महात्माओं के एवं श्री विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय की ऋषि कुमारों द्वारा वेद पाठ स्वस्तिवाचन के बाद दीप प्रज्वलित कर विश्व विख्यात कथावाचक मोरारी बापू ने श्री राम कथा प्रवचन किया कथा के मुख्य यजमान समासेवी व उधोगपति रमाकांत बाजोरिया परिवार की ओर से आयोजित श्री राम कथा शुरू हो गई है। श्रीराम कथा वक्ता पूज्य बापू ने कहा है कि उत्तरकाशी भगवान विश्वनाथ की पवित्र तीर्थ स्थली है जहां पतित पावन मां गंगा का मायका एवं काल भैरव मौजूद हैं। उन्होंने कहा काशी नगरी व कैलाश आश्रम से हमारा पुराना नाता हैं येही वजह रही है कि यहां तीसरी बार कथा सुनाने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। श्रीराम कथा के पहले दिन देर शाम को कथा शुरू करते हुए मोरारी बापू ने श्री राम की महिमा का बखान करते हुये लोगों को राम के आचरण को आत्मसात कर अपने जीव में उतारने के लिये प्रेरित किया।
बता दे कि श्री राम कथा को सुनने के लिये देश के विभन्न राज्यों से हजारों की तादाद में उत्तरकाशी पहुंचे हैं।
श्रीराम कथा के प्रवचन करने के लिये मोरारी बापू दो दिन पहले उत्तरकाशी पंहुच गये थे तथा शनिवार को तय कार्यक्रम के अनुसार ज्ञानसू टैक्सी स्टैंड के निकट गंगा जी के तट पर बनाये गये भव्य पांडाल में बापू ने श्री राम कथा शुरू की। श्रीराम कथा नौ दिनों तक चलेगी।