राम के आदर्शाें को अपनाये :  मोरारी बापू  उत्तरकाशी गंगा तट पर नौ दिनों तक चली राम कथा का हुआ समापन।।

राम के आदर्शाें को
अपनाये :  मोरारी बापू 
उत्तरकाशी गंगा तट पर नौ दिनों तक
चली राम कथा का हुआ समापन।।



उत्तरकाशी   (चिरंंजीव  सेेेमवाल)  । काशी विश्वनाथ नगरी उत्तरकाशी में ज्ञानसू स्थित गंगा  जी के  तट पर पिछले नौ दिनों तक  श्री राम के नाम की गूंज रही है।


रविवार को  श्री राम कथा समापन हो गया है। राम कथा के अंतिम दिन विश्व विख्यात कथावाचक मोरारी बापू ने आम लोगों के राम के आदर्श केा अपनाने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा समाज को जीना सीखाती है तथा सभी लोगों को राम के आर्दशों का स्मरण करना चाहिए। कथा के चलते चारधाम यात्रा के समापन होने पर भी उत्तरकाशी व आसपास के क्षेत्रों में भारी चहल पहल रही।
मोरारी बापू पिछले नौ दिनों से गंगा जी के तट पर श्री राम कथा का प्रबचन करते आ रहे थे। मोरारी बापू की कथा के चलते उत्तरकाशी में काफी चहल पहल रही। ज्ञानसू, उत्तरकाशी और जोशियाड़ा के होटल और धर्मशाला बुक रहे। जिससे यात्रा सीजन के समाप्त होने पर भी काशी नगरी उत्तरकाशी में भारी भीड़ जुटी रही। मुरारी बापू की राम कथा के चलते गुजरात समेत देश के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु उत्तरकाशी पंहुचे। कथा के आयोजक बाजोरिया परिवार की ओर से बाहर से आये लोगों के लिये रहने और खाने की निशुल्क व्यवस्था की गई। कथा पड़ाल के समीप रोजना हजारों लोगों को भोजन कराया गया। कथा सुनने के लिये स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में पंडाल में पंहुचे। मोरारी बापू की कथा को देखते हुये आयोजकों की ओर से उत्तरकाशी शहर केबस अड्डा और हनुमान चैक पर लाइव स्क्रीन लगाई गई थी,जिससे बाजार में रात दिन राम का नाम के स्मरण की गूंज रही। श्री राम कथा के अंतिम दिन 9 बजे से 12 बजे तक मोरारी बापू ने राम कथा के प्रबंचन दिये तथा दोपहर बाद हैलीकाप्टर से देहरादून हैलीपैड के लिये प्रस्थान कर किया । श्री राम कथा के समाप्त होने पर बाहरी क्षेत्रों से आये लोगों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों के लिये कूच करना शुरू कर दिया है तथा आधे से अधिक लोग रविवार को होटलों और धर्मषालाओं को छोड़कर अपने गंतव्य को रवाना हो गये है। कुछ लोग सोमवार को अपने गंतव्य के लिये रवाना होंगे। उत्तरकाशी में राम कथा का आयोजन होने से मोरारी बापू को देख्,ाने का भी स्थानीय लोगों को मौका मिला। कथा दौरान बापू ने समाज को नई दिशा देने पर भी विशेष बात कही। सत्य के मार्ग पर चलने के लिये लोगों को प्रेरित किया। मोरारी बापू ने यह स्पष्ट किया कि किसी समस्या का समाधान अपने भीतर से ही किया जाय। उन्होंने कहा कि मनुष्य के भीतर सतगुरू वास करता है,जबकि बात धर्म गुरू रहता है। समस्या के निदान के लिये सतगुरू ही सक्षम है। यानि अपने भीतर ही सोच समझकर किसी भी समस्या का निदान किया जा सकता है। कथा आयोजक रमाशंकर बाजोरिया व अन्य कई लोगों ने श्री राम कथा के सफल संचालन के लिये उत्तरकाशी के लोगों को अभार व्यक्त किया है।