उत्तरकाशी  के हर्षिल घाटी के इलाकों में भारी बर्फबारी, लुप्त ऊठाने पहुंचे शैलानी।। बर्फबारी से पर्यटन ब्यवसाहियों के चेहरे खिले।।

 




उत्तरकाशी  के हर्षिल घाटी के इलाकों में भारी बर्फबारी, लुप्त ऊठाने पहुंचे शैलानी।।

 


बर्फबारी से पर्यटन ब्यवसाहियों के चेहरे खिले।।

 

 

उत्तरकाशी (चिरंजीव सेमवाल)।

उत्तरकाशी  जिले के ऊचाई वाले क्षेत्रोंं मैं  पिछले तीन दिनों से जमकर हो रही बर्फबारी   वही निचले इलाकों में शीत लहर चल रही है ठंडी  हवा यानी ठंड का   प्रकोप  जारी है लोग ठंड से  बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं।

कहते हैं कि ख़ूबसूरत मन हो तो दुनिया की हर चीज़ नायाब और बेशक़ीमती लगती है।
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शीतकाल में हर्षिल घाटी में स्थित मुखवा गाँव की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है जब बर्फ की कोमल चादर पूरी जगह को ढक देती है | अगले चार पांच महीने स्थानीय लोग को जीवन कठिन तो है पर यहाँ लोग मौसम की तरह मजबूत है |वैसे तो हमारे बड़े बुजुर्ग लोग कहते है कि हमारे जमाने में मौसम बड़ी चुनौती देता था, बर्फ भी ऐसी गिरती की अगले 6 महीने तक  पिघले ना |  उत्तरकाशी जिले के उपला टक्नोर के सुक्की,हर्षिल झाला औऱ के आसपास के इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई जिस कारण इन जगहों पर पर्यटन से जुड़े ब्यवसाहियों के चेहरे खिल गए हैं इन क्षेत्रो में पर्यटक बर्फबारी का आनन्द लेने पहुच रहे हैं और जमकर बर्फबारी का लुत्फ हठा रहे हैं। और जानकारों की माने तो किसानों के लिए भी इस बर्फबारी को बरदान माना जा रहा है।


 

मंगलवार को   मौसम ने अचानक करवट   ली जिससे ऊंचाई वाले क्षेत्रों मैं हर्षिल,मुखबा,धराली ,गंगोत्री सहित कई जगहों पर भारी बर्फ़बारी हुई  और निचले स्थानो बारिश हो रही है। वहीं,  बर्फबारी और बारिश ने  ठंड बढ़ा दी है। गंगोत्री, यमुनोत्री,  की चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली। हर्षिल ,मुखबा( मां गंगा का मायका),धराली,सुक्की टॉप  घाटी में करीब आधा फीट तक बर्फ जम चुकी है। गंगोत्री यमुनोत्री धाम में भी भारी  बर्फबारी हुई हैं। वहीं, निचले इलाकों में  रात से रुक-रुक कर बारिश हो रही है।  फोटो कैप्शन बर्फबारी के बाद हर्षिल,धराली का नजरा कुछ यूं ।।