चारधाम विधेयक सदन में पास उत्तरकाशी में पुतला दहनकर जताया विरोध।।
प्रदर्शन में लगे त्रिवेन्द्र सरकार मुर्दाबाद के नारे।।
चिरंजीव सेमवाल।।
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उत्तरकाशी 11नवम्बर । श्राइन बोर्ड को भले सरकार ने नाम परिवर्तित कर "उत्तराखंड चार धाम देवस्थान प्रबंधन विधेयक" के नाम से सदन में विपक्ष के भारी विरोध के बीच पास कर दिया लेकिन तीर्थ पुरोहितों ने अभी हार नहीं मानी उत्तरकाशी कलेक्ट्रेट परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे गंगोत्री तीर्थ पुरोहितों ने बुधवार को जिला मुख्यालय में सरकार के विरोध मैं मुर्दा वाद के नारेबाजी करते हुए मुख्य चौराहे उत्तरकाशी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज , गंगोत्री क्षेत्र के विधायक का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी किया। तीर्थ पुरोहित और का कहना है कि आवश्यकता पड़ी तो मामले को न्यायालय में भी चुनौती देंगे।
बुधवार को पुरोहितों का कलेक्ट्रेट परिसर में चल रहा अनिश्चितकालीन धरने पर के समर्थन में अध्यक्ष जिला पंचायत दीपक बिजवान पालिका चेयरमैन रमेश सेमवाल कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत यूपी के वरिष्ठ नेता विष्णु पाल सिंह रावत ने सरकार के निणर्य को तानाशाही बताते हुये तीर्थ पुरोहितों को अपना पूरा समर्थन देने का ऐलान किया हैं । श्राइन बोर्ड का विरोध कर रहे देवभूमि के तीर्थ पुरोहित और हक हकूक धारियों में सरकार के इस निर्णय को लेकर भारी गुस्सा है, सरकार ने तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिए बिना इस तरह का बिल सदन में पेश कर उनके हितों पर कुठाराघात किया है। पहले दिन से ही सरकार और सरकार में शामिल हमारे मंत्री, विधायक ये कहते रहे कि इस मुद्दे पर वो तीर्थ पुरोहितों के साथ है, उनके हक हकूकों एवं हितों को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला लिया जाएगा किन्तु ये बड़ा शर्मनाक है कि विपक्ष के इतने बड़े दवाब के बावजूद भी हमारे माननीय शांत रहे, जिस कारण आज उत्तरकाशी में भी हमारे गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने सड़क पर उतरकर सरकार और सरकार में शामिल हमारे जनप्रतिनिधियों के ऊपर जमकर भड़ास निकालकर सरकार का पुतला दहन किया। गंगोत्री धाम के हमारे तीर्थ पुरोहित जिला कलेक्ट्रेट सभागार में क्रमिक अनशन पर बैठे है, जो किसी भी कीमत पर अपने हक-हकूकों के साथ किसी भी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नही करेंगे। उन्होंने साफ तौर पर सरकार को ये चेतावनी दी है कि यदि हजारों वर्षों से चली आ रही हमारी पौराणिक सनातन पूजा पद्दति के साथ बदलाव करने के अपने फैसले पर सरकार अडिग रही तो निकट भविष्य में इसके बेहद बुरे परिणाम उत्तराखंड की भाजपा सरकार को देखने पड़ेंगे। तीर्थ पुरोहितों के हक हकूकों के साथ सरकार की इस हठधर्मिता के खिलाफ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सहित अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ प्रमुख कर्मचारी संगठनों एवं क्षेत्र के आमजन भी अपना समर्थन अपने तीर्थ पुरोहितों को दे रहे है। कांग्रेस ने जनहित में सड़क से सदन तक इस मुद्दे को प्रखर रूप से उठाया भी है और तीर्थ पुरोहितों को पार्टी ने अपना पूर्ण समर्थन भी दिया है। साथ ही सरकार द्वारा जल्दबाजी में भारी भरकम बहुमत के घमंड में लाये गए इस बिल में अनेकों खामियों को देखते हुए कांग्रेस ने तीर्थ पुरोहितों को ये भरोषा भी दिया है कि भविष्य में सत्ता परिवर्तन होने पर कांग्रेस इस बिल को खारिज कर हक-हकूकधारियों के हितों को सुरक्षित रखने का काम करेगी।
इस मौकेपर दीपक सेमवाल, एडवोकेट रविंद्र सेमवाल, अशोक सेमवाल, खुशाहाल सिंह नेगी, पवन सेमवाल, राजेश सेमवाल, मनमोहन सेमवाल, सहित भारी संख्या मैं गंगोत्री धाम के पुरोहित मौजूद रहे हैं।