रवांई महोत्सव : प्रीतम भरतवाण के गीतों रही धूम, घुट- घुट बाडुली लगी चा मेत्यों को रैबार आयू च।।
रवांई के महान पुरूषों के नाम से सम्मानित हुई कई हस्तियां।।
चिरंजीव सेमवाल।। 
उत्तरकाशी। रवांईघाटी की समृद्ध लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य को लेकर आयोजित रवांई लोक महोत्सव के समापन्न के दिन उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक डा. प्रीतम भरतवाण व रवाल्टा कवियों के नाम रहा है। महोत्सव के अंतिम दिन नौगांव पहुंचे डॉक्टर प्रीतम भरतवाण ने अपने लोक गीतों से समा बांधा। " घुट- घुट डुली लगी चा मेत्यों को रैबार आयू च" , "सरूली मेरु जिया लगी गे, तेरी रौतेली मुखड़ी मां.... गीत का महोत्सव में पहुंचे लोगों गीत पर खूब झूमे।
नौगांव में बीते वर्षों की भांति इस बार भी सामाजिक एवं पर्यावरणीय कल्याण समिति (सेवा) के तत्वाधान एवं स्थानीय युवाओं के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय रवांई लोक महोत्सव का समापन्न हो गया । उन्होंने कहा है कि रवांई की लोक संस्कृति प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी समृद्धि के लिए पहचानी एवं जानी जाती है। इन्हीं मेलों के माध्यम से रवांई की सांस्कृतिक विरासत को लोगों तथा अपनी आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचा सकते हैं। महोत्सव के आयोजक शशि मोहन रंवाल्टा ने कहा है कि लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए मेलों का आयोजन जरूरी हैं। मेलों के माध्यम से लोग हम अपनी इस ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरोहर से रू-ब-रू होकर रवांई की लोक संस्कृति को नजदीक से जान सकेंगे। महोत्सव में रंवाल्टी भाषा में कवि सम्मेलन बडा रोचक रहाा। रवाल्टी कवि सम्मेलन में साहित्यकार महावीर रवाल्टा ने रंवाल्टी कवि गोष्ठी का संचालन कर लोगों को खूब गुदगुदाया। इस मे कवियत्री अनूरूपा' अनु ,नीरज उत्तराखंडी, अनिल बेसारी, संदीप रावत, राजूली, भारती आंनद, दिनेश रावत,ध्यान सिंह रावत,प्रदीप रवाल्टा , आदि कवियों ने रंवाल्टी कविताओं से लोगों को खूब मनोरंजन किया।
इस दौरान रवांईघाटी के महान पुरुष स्वर्गीय राजेंद्र सिंह रावत, दौलतराम रवाल्टा आदि के नाम से कई हस्तियोंं को रवांई मंच ने सम्मानित भी किया ।
रवांई महोत्सव के समापन्न में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मोहन सिंह गांववासी, स्वराज विद्वान, विधायक राजकुमार, शशीमोहन सिंह राणा नगर पंचायत अध्यक्ष नौगांव, सकल चंद रावत, श्याम डोभाल, रणवीर रावत, आयोजक समिति के शशी मोहन सिंह रावत, पूर्व प्रमुख रचना बहुगुणा, सुरेश उनियान, आंनदी राणा, प्रेम पंचोली,, श्वेता बंधानी, नितिन डोभाल, गोलू डोभाल, दिनेश रावत, अशिता डोभाल, दिनेश रावत, नरेश नौटियाल, अमित नौटियाल, बिना डोभाल, सुनीता नौटियाल, लता नौटियाल, राजेश रावत ऋषभ कुमार सहित बड़ी संख्या में मेलार्थी उपस्थित रहे।
उत्तरकाशी। रवांईघाटी की समृद्ध लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य को लेकर आयोजित रवांई लोक महोत्सव के समापन्न के दिन उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक डा. प्रीतम भरतवाण व रवाल्टा कवियों के नाम रहा है। महोत्सव के अंतिम दिन नौगांव पहुंचे डॉक्टर प्रीतम भरतवाण ने अपने लोक गीतों से समा बांधा। " घुट- घुट डुली लगी चा मेत्यों को रैबार आयू च" , "सरूली मेरु जिया लगी गे, तेरी रौतेली मुखड़ी मां.... गीत का महोत्सव में पहुंचे लोगों गीत पर खूब झूमे।
नौगांव में बीते वर्षों की भांति इस बार भी सामाजिक एवं पर्यावरणीय कल्याण समिति (सेवा) के तत्वाधान एवं स्थानीय युवाओं के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय रवांई लोक महोत्सव का समापन्न हो गया । उन्होंने कहा है कि रवांई की लोक संस्कृति प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी समृद्धि के लिए पहचानी एवं जानी जाती है। इन्हीं मेलों के माध्यम से रवांई की सांस्कृतिक विरासत को लोगों तथा अपनी आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचा सकते हैं। महोत्सव के आयोजक शशि मोहन रंवाल्टा ने कहा है कि लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए मेलों का आयोजन जरूरी हैं। मेलों के माध्यम से लोग हम अपनी इस ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरोहर से रू-ब-रू होकर रवांई की लोक संस्कृति को नजदीक से जान सकेंगे। महोत्सव में रंवाल्टी भाषा में कवि सम्मेलन बडा रोचक रहाा। रवाल्टी कवि सम्मेलन में साहित्यकार महावीर रवाल्टा ने रंवाल्टी कवि गोष्ठी का संचालन कर लोगों को खूब गुदगुदाया। इस मे कवियत्री अनूरूपा' अनु ,नीरज उत्तराखंडी, अनिल बेसारी, संदीप रावत, राजूली, भारती आंनद, दिनेश रावत,ध्यान सिंह रावत,प्रदीप रवाल्टा , आदि कवियों ने रंवाल्टी कविताओं से लोगों को खूब मनोरंजन किया।
इस दौरान रवांईघाटी के महान पुरुष स्वर्गीय राजेंद्र सिंह रावत, दौलतराम रवाल्टा आदि के नाम से कई हस्तियोंं को रवांई मंच ने सम्मानित भी किया ।
रवांई महोत्सव के समापन्न में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मोहन सिंह गांववासी, स्वराज विद्वान, विधायक राजकुमार, शशीमोहन सिंह राणा नगर पंचायत अध्यक्ष नौगांव, सकल चंद रावत, श्याम डोभाल, रणवीर रावत, आयोजक समिति के शशी मोहन सिंह रावत, पूर्व प्रमुख रचना बहुगुणा, सुरेश उनियान, आंनदी राणा, प्रेम पंचोली,, श्वेता बंधानी, नितिन डोभाल, गोलू डोभाल, दिनेश रावत, अशिता डोभाल, दिनेश रावत, नरेश नौटियाल, अमित नौटियाल, बिना डोभाल, सुनीता नौटियाल, लता नौटियाल, राजेश रावत ऋषभ कुमार सहित बड़ी संख्या में मेलार्थी उपस्थित रहे।