उत्तरकाशी: आपदा के सात साल बाद भी अधर मैं लटका तिलोथ पुल ।।
गुरुवार को क्षेत्रीय विधायक एवं डीएम ने किया पुल का निरीक्षण।।
चिरंजीव सेमवाल //
उत्तरकाशी। वर्ष 2012 और 2013 की विनाशकारी आपदा के सात साल बाद भी तिलोथ पुल का निर्माणा कार्य अधर में लटका हैं। जिससे तिलोथ, मांडव सहित हजारों स्कूली बच्चों को आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । गुरुवार को क्षेत्रीय विधायक गोपाल सिंह रावत ने तिलोथ पुल एबटमेंट व तिलोथ एप्रोच सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया। सड़क के स्थलीय निरीक्षण के दौरान विधायक ने सड़क के बीच में बिजली के खम्भे को शीघ्र हटाने के निर्देश अधिशासी अभियंता विद्युत को दिए। साथ ही सड़क के गड्डों का भरान व समतीकरण कर आवागमन के लिए सुचारू करने के निर्देश लोनिवि को दिए। उन्होंने कहा कि निर्माणधीन पुल के एबेंटमेंट के साथ सड़क को चौड़ीकरण कर समतल किया जाए ताकि यहां से एमडीएस आदि स्कूल जाने वाले बच्चों तथा राहगिरों को आवागमन में सुविधा मिल सके। एबटमेंट के बांयी ओर पैदल मार्ग को भी सुरक्षित करते हुए आवागमन के लिए सुचारू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण को लेकर लोनिवि के द्वारा पुनः टैंडर प्रक्रिया गतिमान है शीघ्र ही टैंडर होने के उपरान्त पुल का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुल के साथ नदी की ओर जाने वाले रास्ते में जाली या पैराफिट बनाए जाय ताकि पैदल आने व जाने वाले स्कूली बच्चें तथा राहगिर सुरक्षित आवागमन कर सकें।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने अधिशासी अभियंता लोनिवि को दो दिन के भीतर एप्रोच सड़क को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से सड़के के दोनों ओर जाली लगाने को भी कहा।
इस मौके पर अधिशासी अभिंयता लोनिवि वीरेन्द्र पुंडिर, विद्युत सुनील गुसांई, जल संस्थान बीसी डोगरा,एई सुनील रावत आदि मौजूद थे। बताते दे कि पुल निर्माण में हो रही भारी देरी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने विगत महीनों पहले धरना प्रदर्शन भी किया था । कांग्रेस का कहना है कि आखिर डबल इंजन की सरकार ने क्यों तिलोथ पुल का कार्य अधर में लटका रखा है।