बिजली व बायो ऑयल बनाने से मिलेगा रोजगार : प्रकाश चंद्र रमोला।।
पिरूल से बिजली उत्पादन को लेकर उरेड़ा विभाग को प्रस्तुत आवेदनों की डीएम ने किया समीक्षा ।।
चिरंजीव सेमवाल।।
उत्तरकाशी 3 जनवरी 2020 ।
चीड़ पिरूल आधारित विद्युत उत्पादन एवं बायो ऑयल इकाईयां स्थापित करने की कवायद जनपद में तेज हुयी है।
शुक्रवार को जिला सभागार में जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने चीड़ पिरूल से बिजली उत्पादन व बायोऑयल बनाने को लेकर उरेड़ा विभाग को प्रस्तुत आवेदनों की समीक्षा की। उन्होंने शीघ्र सभी आवेदनों को ऑनलाईन करने के निर्देश उरेड़ा विभाग को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में ज्यादातर चीड़ के वृक्ष हैं इससे निकलने वाले पिरूल में वनाग्नि सीजन में आग लगने की ज्यादा सम्भावनाएं रहती है तथा वनसम्पदाओं का नुकसान होता है। इसलिए पर्यावरण व वन सम्पदाओ को बचाने के लिए यह प्रोजेक्ट बेहद उपयोगी साबित होगा। बैठक मैं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र रमोला ने कहा है कि
जहां बिजली व बायो ऑयल बनाने का कार्य प्रारम्भ होगा वहीं रोजगार के नए अवसर भी पैदा होगें। उन्होंने कहा कि पिरूल एकत्र करने हेतु एक मॉडल विकसित किया जाए ताकि ग्रामीण मजदूरों की आर्थिकी मजबूत करने व रोजगार से जोड़ने हेतु प्रभावी कदम उठायें जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पी0सी0डंडरियाल , अधिशासी अभियन्ता विद्युत सुनील गुसांई, वरिष्ठ परियोजना अधिकारी वन्दना , पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र रमोला , पूर्व प्रमुख कनक पाल परमार,अनिल रावत, गुलराज सरदार अरविन्द विष्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे ।