देवस्थानम विधेयक को राज्य पाल की मंजूरी, पुरोहित जाये कोर्ट सूत्र।।
सीएम बोले , नहीं छेड़ेंगे हक़-हकूक पुजारियों और पुरोहितों को।।
अब नए एक्ट से संचालित होंगी चार धाम यात्रा।।
चिरंजीव सेमवाल।।
उत्तरकाशी। देवस्थानम विधेयक को राजभवन से मंजूरी मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को मीडिया से वार्ता करते हुए बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और इनके आसपास के मंदिरों का प्रबंधन चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के नियंत्रण में रहेगा लेकिन इनसे जुड़े पुजारी, न्यासी, तीर्थ, पुरोहितों, पंडों और हकहकूकधारियों को वर्तमान में प्रचलित देव दस्तूरात और अधिकार यथावत रहेंगे। सूत्रों की माने तो चार धाम तीर्थ पुरोहित राज्यपाल की मंजूरी का इंतजार पिछले 1 महीने से कर रहे थे अब एक्ट के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम कोई भी सुधार करते हैं तो उसकी प्रतिक्रिया होती ही है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में तीर्थ पुरोहितों के हितों को पूरी तरह सुरक्षित रखा जायेगा।
उन्होंने कहा प्रदेश के चार धाम सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर देश-विदेश से हिन्दु श्रद्धालु आना चाहते हैं, हमें अच्छे आतिथ्य के रूप में जाना जाता है। देश-विदेश के श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड के धार्मिक स्थलों पर आने का मौका मिले तथा उन्हें अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हों इसके लिए यह विधेयक लाया गया है।