गंगनाणी बसन्त मेले को भव्य रूप  देने के लिए बैठक संपन्न।।   13 फरवरी से शुरु होगा चार दिवसीय बसंत मेल।।।                ::चिरंजीव सेमवाल::

 


गंगनाणी बसन्त मेले को भव्य रूप  देने के लिए बैठक संपन्न।।  


13 फरवरी से शुरु होगा चार दिवसीय बसंत मेल।।।               


::चिरंजीव सेमवाल::


उत्तरकाशी।  गंगनाणी में 13 फरवरी से  आयोजित  होने वाले  बसन्त पंचमी मेले का  भव्य रूप  देने को लेकर गुरुवार को  पालिका सभागार बड़कोट मैं बैठक संपन्न हुई। बैठक मैं  जिला पंचायत  अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि मेले की पौराणिक स्वारूप बरकरार रहे इसको लेकर स्थानिय जागरूक नागरिकों  के सुझावों पर मेले को चार दिवसीय करने का फैसला लिया गया ।  जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि  मेले के दौरान छटांगा मैं निर्माणाधीन आल वैदर रोड का कार्य चल रहा उसे मेले के दौरान सड़क पूरी तरह से खुली रहे इस के लिए उपजिलाधिकारी बड़कोट को  निर्देशित किया गया कि कार्यदाई संस्था इस संदर्भ में  वार्ता  करे।  बैठक मैं यमुनौत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावत ने कहा कि    गंगनाणी का मेला पौराणिक व ऐतिहासिक मेला हैं  मेले के मध्यम से हमारी पारंपरिक सांस्कृतिक  का सरंक्षण संबद्धन होता है । मेला   विकस कि दौड मैं कितनी यात्रा करली है विकास को भी प्रदर्शन प्रदर्शित करता है । विभागीय की  स्टाओ मैं लोगों के समस्याओं  का समाधान हो। उन्होंने  सुझाव दिया कि मेले मै कुल्लू की तर्ज पर क्षेत्र की देव डालियों को आमंत्रित किया जाय। वहीं शिक्षा के क्षेत्र मैं या अन्य क्षेत्र मैं विभिन्न क्षेत्रों मैं उल्लेख कार्य  करने व प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाय। आगामी  फाल्गुन माह की  संक्रांति  13 फरवरी को होने वाले जा रहे धार्मिक मेले के आयोजन को लेकर  जनवरी को नगपालिक बड़कोट सभागार मैं  बैठक आयोजित की गई जिसमें   जिला पंचायत सदस्यों व नौगांव प्रखंड के क्षेत्र पंचायत प्रमुख, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रबुद्ध नागरिक पत्रकारों ने बैठक में अपने -अपने सुझाव दिये है।   इस मौके पर , पालिका अध्यक्ष बड़कोट श्रीमती अनुपंमा रावत , चेयरमैन नौगांव शशिमोहन रावत, जिला पंचायत सदस्य आनंद सिंह रावत,  पवन पंवार, दल वीर सिंह ,  उपजिलाधिकारी बड़कोट , अतोल सिंह रावत,कृष्णा राना, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगुडी, अपर मुख्य अधिकारी संजय कुमार, सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने  अपने सुझाव दिया है।