उत्तरकाशी : बर्फबारी  से काश्तकारों के  चेहरे खिले , ठिठुरन के बीच पर्यटक उठा रहे हैं लुप्त।।   चिरंजीव सेमवाल
 


 

उत्तरकाशी : बर्फबारी  से काश्तकारों के  चेहरे खिले , ठिठुरन के बीच पर्यटक उठा रहे हैं लुप्त।।

 

  चिरंजीव सेमवाल

 


लुप्त

  चिरंजीव सेमवाल

उत्तरकाशी। पहाड़ों में इस इस बार दिसंबर माह में हुई बंफर  बर्फबारी  से बागवानी के लिए अच्छा माना जा रहा  है वही पर्यटक भी बर्फ बारी के लुफ्त उठाने के लिए पहाड़ों का रुख कर चुके हैं। गंगोत्री - यमुनोत्री ,हर्षिल ,हरकिदून की ऊंची चोटियों में नये साल मैं भी जमकर हिमपात हुआ। वही निचले क्षेत्रों मैं बारिश का दौर शुरू हो चुका है इससे तापमान में भारी  गिरावट आ गई और प्रदेश में सर्द हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक ऊंची चोटियों में अभी और हिमपात की संभावना बन रही है।

 

रविवार को भी  से ही समूचे जनपद मैं में बादलों ने डेरा डाल लिया। यमुनाघाटी, मसूरी में सुबह हल्की बारिश हुई। वहीं सरबडियार  देर रात से बारिश का दौर जारी है। हर्षिल में तो सुबह के समय हिमकण के साथ बारिश हुई।

 

पहाड में सुबह-शाम कड़ाके ठंड की बरकरार है। अधिकतम पारा भले ही सामान्य के करीब पहुंच गया हो, लेकिन न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री कम चल रहा है। इसके चलते सुबह-शाम कंपकंपी छूट रही है। मौसम विभाग के मुताबिक,  अभी आने वाले कुछ दिनों तक   भी बारिश हो सकती है। दिसंबर माह में हुई बर्फबारी के बाद नए साल में भी  बर्फबारी का दौर समूचे उत्तरकाशी मैं जारी है। बता दें कि सेब की फसल के लिए 3 महीने तक माइनस डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है जो कि इस बार मौसम बागवानी के अनुकूल है ऐसे में इस बार जहां काश्तकारों के लिए बर्फबारी सोना बरस रहा है वही जल स्रोतों को रिचार्ज करने के लिए भी बर्फबारी अच्छा माना जाता है।

 

 

 

पर्यटक उठा रहे लुत्फ हरकिदून व हर्षिल घाटी मैं।।

 

उत्तरकाशी के समूचे भूभाग मैं भले ठंड का सितम जारी हो लेकिन दिसंबर के बाद नये साल मैं हुई ऊपर के बाद सैलानी हर्षिल , धराली,दयारा, हरकिदूनऔर सूतूडी , चौरंगी जैसे हिल स्टेशनों पर  जमकर मस्ती कर रहे हैं।  पर्वतीय क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में 1.6 डिग्री  है, लेकिन गंगोत्री  में यह सीजन का सबसे सर्द दिन रहा। यहां पारा माइनस सेल्सियस पर पहुंच गया है।

 फोटो कैप्शन हर्षिल मैं हिमपात मैं लोग यूं पर्यटक का सामान ऊठाते हुये।।