जनरल ओबीसी एम्प्लॉइज की हड़ताल का मामला पहुंचा हाईकोर्ट, मार्च के महिने मैं विभोगों मैं छाया सन्नाटा।। (चिरंजीव सेमवाल)

 


जनरल ओबीसी एम्प्लॉइज की हड़ताल का मामला पहुंचा हाईकोर्ट, मार्च के महिने मैं विभोगों मैं छाया सन्नाटा।। (चिरंजीव सेमवाल)


 


नैनीताल/ उत्तरकाशी। जनरल ओबीसी एम्प्लॉइज एसोसिएशन की प्रदेशव्यापी हड़ताल का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। मामले में कोर्ट ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए अगली सुनवाई अगले सप्ताह नियत की है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति रवि विजय कुमार मलिमथ की खण्डपीठ ने मामले को सुनने के लिए दूसरी खण्डपीठ में रेफर कर दिया।देहरादून निवासी ललित कुमार ने जनहित याचिका दायर कर कहा है कि उत्तराखंड जनरल ओबीसी इम्प्लाइज एसोसिएशन के करीब डेढ़ लाख कर्मचारी पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ दो मार्च से हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से सभी राजकीय कार्य बाधित हो रहे हैं। हड़ताली कर्मचारियों द्वारा हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया जा रहा है। याचिकाकर्ता का यह भी कहना है कि या तो कर्मचारी अपनी हड़ताल वापस लें या हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए।।।


 


प्रमोशन में  आरक्षण  को लेकर कर्मियों  के हड़ताल  से काम -काज ठप।।


उत्तरकाशी।  सुप्रीम कोर्ट  के निर्णय के बाद  पदोन्नति में  आरक्षण को लेकर के  धरने पर बैठे जिले के कर्मचारियों से  लोगों का कामकाज  ठप हो गए हैं  जिससे कि  दूरस्थ गांव से आ रहे हैं  लोगों को  कार्यालयों से  बैरंग लौटना पड़ रहा है ।


  शुक्रवार को  भी उत्तरकाशी जनपद में  आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए विभाग    हड़ताली समर्थन में रहे हैं।  जिससे कि जिले की  आवश्यक सेवाएं   बिजली- पानी,  स्वास्थ्य  एवं  ट्रेजी जैसे  विभोगों के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाएं चरमराने लगी  हैं। बता दे कि  जनरल -ओबीसी एसोसिएशन के बैनर तले जिले के  सामान्य और ओबीसी कर्मचारी बुधवार को भी पांचवें दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहे है। मार्च के महिने कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से जिले के लगभग सभी विभागों में कार्य प्रभावित हो रहा है। जिससे दूरदराज से आ रहे प्रयासों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। अधिकारी और कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने का सीधा-सीधा असर आम जनमानस पर पढ़ रहा है। अपनी विभागीय कार्यों को करवाने के लिए जो लोग जिला मुख्यालय या फिर संबंधित विभाग में पहुंच रहे हैं, उन्हें बैरंग ही वापस लौटना पड़ रहा है। जिसके कारण दूरदराज से आए ग्रामीणों को बहुत सी दिक्कतें हो रही है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी की बात करें तो मुख्यालय में सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिसके कारण मुख्यालय में होने वाले काम नहीं हो पा रहे हैं, हड़ताली कर्मियों ने पहले ही साफ कर दिया है। अपनी 1 सूत्री मांग सरकार नहीं मानती है, तो वह इसी तरह हड़ताल पर डटे रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने 5 मार्च से आवश्यक सेवाएं भी बाधित करने की बात कही है, उनका कहना है कि बिजली,पानी,स्वास्थ्य सेवाएं भी 5 मार्च से ठप कर दी जाएंगी ।इतना तय है कि दोनों में से ही कोई भी झुकने को तैयार नहीं है। जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है। आने वाले समय में इन दोनों के बीच सुला होती नहीं दिखाई पड़ रही है। अब देखना होगा सरकार किस तरह से कोई बीच का रास्ता निकालती है वरना आने वाले दिनों में आमजन को और भी ज्यादा दिक्कतें होने वाली है। बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठे उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी संगठन शिक्षक संगठन के अध्यक्ष गोपाल सिंह राणा , अजय सिंह रावत तिलोक मराठा, शंभू प्रसाद ,द्वारिका प्रसाद,सरिता नौटियाल, नत्थी सिंह रावत ,सुमन देव थपलियाल, जयप्रकाश गौड़ रणवीर सिंह ,केदार सिंह आदि सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर बैठे रहे हैं।