जीवन जीने की सार सिखाता है श्रीमद् भागवत गीता : बलूनी ।। जिला पंचायत अध्यक्ष बिजल्वाण ने किया कथा का रस पान (चिरंजीव सेमवाल)
उत्तरकाशी, 6 मार्च। भैरव चौक बाड़ाहाट चामाला की चौंरी मैं आयोजित श्रीमद्भभागवत कथा महापुराण के चतुर्थ दिवस व्यास पीठ पर विराजमान रामानंद बलूनी शास्त्री ने श्री कृष्ण जन्म का वृतांत सुनाते हुऐ कथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने प्रवचन करते हुये कहा कि कृष्ण ने बाल जीवन से ही राक्षसों का सर्वनाश कर हमें सदैव धर्म और सत्य की रक्षा के लिए खड़े रहे है । उनका आदर्श जीवन आज भागवत गीता है। गीता एक विज्ञान है जो एक आदर्श जीवन जीने की कला सिखाती है । बता दे कि भागवत कथा स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद नौटियाल की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र मोहन नौटियाल नवीन नौटियाल नागेश नौटियाल के द्वारा आयोजन किया जा रहा है। कथा मैं जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण,जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट, नरेश उनियाल, श्रीमती बाजपा की वरिष्ठ नेता बिमला नौटियाल, जयप्रकाश भट्ट ने शिरकत किया है।