सुरेश रमोला
ब्रह्मखाल /उत्तरकाशी,29 मार्च । लॉक डाउन का असर अब गरीब और ध्याडी मजदूरों पर साफ दिखने लगा है। भले ही कोरोनावायरस संक्रमण के खतरे को टालने के लिए भारत लॉक डाउन में है पर इसका असर महज चार दिन में गरीबों के लिए परेसानी का सबब बनने लगा है। बिहार, यूपी और अन्य कई राज्यों से मजदूरी कमाने के लिए आये मजदूरों के सामने अब रोजी रोटी का संकट खड़ा होने लगा है। गेंवला पुलिस प्रशासन ने मानवता की मिशाल पेस करते हुए बिहारी मजदूरों को आटा चांवल दाल आदि खाद्य सामग्री की राहत बांटी और सभी मजदूरों को घर पर ही रहने की सलाह दी। चौकी इंचार्ज साहिल बशिष्ठ ने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन सभी लोगों की जानकारियां ले रहा है और उनकी समस्याओं के निदान का भरसक प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि घर पर रहे सुरक्षित रहे हम आपके सहयोग के लिए खड़े हैं। दूसरी ओर आपदा प्रबंधन की Q R T टीम ने आल वैदर रोड के मजदूरों का परीक्षण कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। टीम के डा रमेश भट ने सभी मजदूरों से कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के होम क्वारंटाइन को अपना कर कोरोना संक्रमण से बचें। कोरोनावायरस के लक्षण की संदिग्धा में क्वीक रिस्पोशं टीम या नजदीक के हास्पिटल में संपर्क करें।