चारधामों की एडवांस बुकिंग रद्द , व्यवसायिओं के आजीविका का संकट उठाई  बिजली - पानी के बिल माफ की मांग ।।चिरंजीव सेमवाल

चारधामों की एडवांस बुकिंग रद्द , व्यवसायिओं के आजीविका का संकट उठाई  बिजली - पानी के बिल माफ की मांग ।।चिरंजीव सेमवाल



उत्तरकाशी,।  कोरोना वायरस संक्रमण के चलते उत्तराखंड  पर्यटन व्यवसाय ककी कमर तोड दी है । गंगोत्री- यमुनोत्री धामो की पर्यटकों- तीर्थ यात्रियों ने एडवांस बुकिंग कैंसिल  कर दी  है । इससे चार धाम व्यवसाय से जुड़े लोगों की आजीविका को संकट गहराने लगा है। व्यवसायिकों  ने बिजली - पानी के बिल एक साल तक माफ किए जाने की मांग उठाई है।                                                          
 होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूड़ा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें उन्होंने पर्यटन उद्योग के लिए आर्थिक पैकेज की मांग उठाई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मटूड़ा ने कहा कि होटल व्यवसायियों ने विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण ले रखा है। उसका ब्याज माफ किया जाए तथा समयावधि बढ़ाई जाए। व्यवसायियों के बिजली - पानी के बिल के साथ ही सीवर कर, भवन कर, उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण के सालाना सहमति शुल्क आदि कर माफ किए जाएं। होटल रेस्टोरेंट कर्मचारियों का वेतन की व्यवस्था सरकार करे। इसके अलावा घोड़े खच्चर चलाने वाले, गाइड, टूर ट्रेवल ऑपरेटर, सब्जी वाले, परचून दुकानदार, पंडा समाज, छोटे छोटे दुकानदारों के लिए भी पर्यटन उद्योग पैकेज में व्यवस्था की जाए। परिवहन उद्योग को टैक्स में छूट देने सहित आदि समस्याओं की मांग की।


बता दे कि शीतकाल के 6 माह बाद फिर से यात्रा शुरू होने से होटल व्यबसायियों को साल भर इस यात्रा से  अपनी आजीविका चलाने का मुख्य स्रोत पर निर्भरता होती है।। होटल के अलावा, परिवहन के बसे, टैक्सी, टेम्पो ट्रेवलर , यूटिलिटी वाहन, घोड़े खच्चर चलाने वाले , गाइड, टूर ट्रेवल ऑपरेटर, सब्जी वाले, रेस्टॉरेंट वाले, परचून दुकानदार, पंडा समाज, छोटे छोटे दुकानदार,होटल में कार्यरत कर्मचारी, सहित प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सभी जुड़े हुए है,  सरकार के विभिन्न टैक्स को चुकाने की चिंता, कर्मचारियों का वेतन देने की चिंता, परिवार का भरण पोषण की चिंता सहित अनेकों तरह से साल भर किस तरह से होटल बिना पर्यटकों, यात्रियों से चलेंगे?  यात्रा की एडवांस बुकिंग कैंसिल होने लग गयी है ।