गंगोत्री- यमुनोत्री धाम के कपाट खुले, प्रधानमंत्री ने मंदिर समिति को भेजे 11सौ रू0 दान ।। गंगोत्री धाम मैं पहली पूजा हुई प्रधानमंत्री मोदी के नाम से।।चिरंजीव सेमवाल 
 


 

 

 

 

उत्तरकशी।  अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री व यमुनोत्री के धाम  के कपाट परंपरा अनुसार खोल दिये गये है। रविवार को विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रोहिणी अमृत योग की शुभ बेला पर दोपहर गंगोत्री धाम के कपाट 12:35 बजे,जबकि  यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:41 बजे   सादगीपूर्ण ढंग से दोनों धाम के कपाट परंपरा अनुसार खोल दिये गये ।  मां गंगा की डोली ( झलसा यात्रा) शनिवार को मुखवा गांव से प्रस्थान किया रात्रीविश्राम भैरों घाटी मैं किया। रविवार सुबह साडे नौ बजे  माँ गंगा की डोली  गंगोत्री धाम पहुंची। उधर  मां यमुना की डोली  अपने भाई संग शनिवार महाराज के साथ अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली (खुशीमठ) से रविवार को   सुबह यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई ।

जहां पर उन्हें परंपरा अनुसार अगले 6 महीनों के लिए निवास करेगी।

 

इस अवसर पर देश के  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी  के द्वारा तृतीया महापर्व की शुभ बेला पर श्री पाँच मंदिर समिति गंगोत्री को 1100 रुपये मात्र दान स्वरूप दिए।तथा पहली पूजा  प्रधानमंत्री जी के नाम से हुई। 

 

 जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस व देशव्यापी लॉक डाउन के चलते भारत सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुरूप समस्त नियमों को लागू करते हुए दोनों धाम श्री यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के कपाट आज (रविवार) सादगीपूर्ण ढंग से  खोले गए है। कोविड 19 व लॉक डाउन के चलते दोनों धामों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.डीपी जोशी के नेतृत्व में मेडिकल टीम द्वारा कपाटोद्घाटन में शामिल सभी तीर्थ पुरोहितों का मेडिकल परीक्षण किया गया। साथ ही मौके पर सैनिटाइजर, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई । नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें यमुनोत्री एवं गंगोत्री में मौजूद रही। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस प्रभावी रोकथाम के लिए जारी गाइड लाइन के अनुसार समस्त नियमों का अनुपालन कराया गया है तथा आगे भी यह समस्त नियम प्रभावी रहेंगे। 

      इस अवसर पर गंगोत्री में उप जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी,सीएमओ डॉ डीपी जोशी, सीओ कमल पंवार मन्दिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, व यमुनोत्री धाम में उप जिलाधिकारी सोहन सैनी,यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जगमोहन उनियाल, सचिव कृतेश्वर उनियाल सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी तीर्थ पुरोहित मौजूद थे।

 

 

 

 गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुले, तीर्थ धामों मैं रहा सन्नाटा!  ।।।।

 

 

उत्तरकशी,26 अप्रैल। उत्तराखंड के दो धामों गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट रविवार को दोपहर को खुल गये। इसके बाद तीर्थ धामों मैं सन्नाटा पसरा हुआ है। 

 

तीर्थ यात्रियों से गुलजार रहने वाले पुरोहितों की गद्दियां भी लॉक हैं। कोरोना संक्रमण लंबा चलने और यात्रियों के नहीं आने की आशंका से हर वर्ग का व्यापारी परेशान है। हर साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले उत्तरकशी- यमुनाघाटी में चहल पहल शुरू हो जाती थी। बड़ी संख्या में यहां यात्री डेरा डाल देते थे।

 

एक महीने पहले से ट्रेवल एजेंसियों के माध्यम से बुकिंग हो जाती थी। होटल, धर्मशाला, लॉज और गेस्ट हाउस मालिक भी तैयारी कर लेते थे। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने से ठीक एक दिन पहले कई वाहनों से यात्रियों को यहां से रवाना किया जाता था। इस बार ऐसा नहीं हुआ। सारे प्रतिष्ठान बंद और सड़कों पर सन्नाटा पसरा है।

 

ट्रेवल्स एजेंसियों पर फरवरी से ही चारधाम यात्रा की बुकिंग शुरू हो गई थी। इस बार भी बेहतर कारोबार को लेकर सभी उम्मीद लगाए बैठे थे। कोरोना की वजह से पूरा कारोबार ठप हो गया है।  बुकिंग निरस्त हो गई हैं।

 

वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद कोरोना की मौजूदा परिस्थिति और भी ज्यादा भयावह है। होटल संचालकों को भारी नुकसान पहुंचा है, 12 हजार से भी ज्यादा बुकिंग निरस्त हो गई हैं।

 

शैलेंद्र मटूडा , अध्यक्ष अध्यक्ष होटल एसोसिएशन,उत्तरकशी।।

 

बहुत से लोग चारधाम यात्रा पर आने के लिए कई महीने पहले से ही संपर्क करने लगे थे, लेकिन इस बार सबकुछ उल्टा हो गया। इस बार यात्रा चलने की उम्मीद नहीं है।

    - रविन्द्र सेमवाल, तीर्थपुरोहित गंगोत्री धाम।।