रंगलाई प्रदीप कैन्तुरा की मुहिम ,  श्रीकोट -बमणती मार्ग से   वैकल्पिक मार्ग बनना शुरू  50 किमी कम होगी धरासू की दूरी।।चिरंजीव सेमवाल

रंगलाई प्रदीप कैन्तुरा की मुहिम ,  श्रीकोट -बमणती मार्ग से   वैकल्पिक मार्ग बनना शुरू  50 किमी कम होगी धरासू की दूरी।।चिरंजीव सेमवाल


धरासू  मैं नहीं रूका भूस्खलन बीआरओ का वैकल्पिक मार्ग  हुआ फुस्ह , लोग 75 किमी दूरी तय करेने को मजबुर ।।


 


उत्तरकाशी,12अप्रैल। उत्तरकाशी की लाइफ लाइन एवं सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण  गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू में नासूर बन गया है। पिछले छ दिनों मैं बीआरओ ने कडे मशक्कत के बाद खोला था लेकिन पहाड़ी से पुनः मलवा आने ला । जिससे लोग  75 किमी दूरी तय कर आने को मजबूर हैं। 


इधर मथोली क्षेत्र के तेजतर्रार जिला पंचायत सदस्य व संगठन के जिला अध्यक्ष प्रदीप कैन्तुरा ने इस दूरी को लगभग 50 किलोमीटर कम करने के लिए डीएम डा.आशीष चौहान से मुलाकात कर वैकल्पिक मार्ग का सुझाव दिया । डीएम ने मामले को संज्ञान लेते हुये पीएमजीएसवाई चिन्यालीसौड़ व आरडब्ल्यूडी  उत्तरकाशी को उक्त वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश दिये । रविवार को वैकल्पिक मार्ग श्रीकोट बमणती व ताराकोट मार्ग निमार्ण शुरू हो गया । इधर पीएमजीएसवाई चिन्यालीसौड़ अधिशासी अभियंता विनोद डंगवाल ने बताया कि वैकल्पिक मार्ग  बीच से महज 6  किमी बनना है हमने काम शुरू कर दिया है एक-दो दिन में कार्य शुरू हो जाएगा इसके अतिरिक्त 1 किलोमीटर को आरडब्ल्यूडी उत्तरकाशी की बमणती मार्ग  से  जोडेगा। इससे धरासू की दूरी 50 किमी दूरी कम हो जायेगी।
जिला पंचायत सदस्य संगठन के अध्यक्ष श्री कैन्तुरा ने बताया कि धरासू मैं आठ दिन से बीआरओ ने जो भागीरथी नदी पर वैकल्पिक मार्ग बनाया था उसमें गाडियों की आवाजाही नहीं हो पा रही और आगे मानसून आने के बाद भागीरथी का जलस्तर बढ़ने से वैकल्पिक मार्ग का कोई विकल्प नहीं है इसलिए श्रीकोट से बमणती व ताराकोट सड़क ही तब तक वैकल्पिक मार्ग का कार्य करेगी जब तक धरासू मैं पहाड़ी से भूस्खलन नही रूका।
बता दे कि धरासू में ऑल वेदर सड़क पर योजना के तहत गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण कार्य निर्माणाधीन है 2 अप्रैल को धरासू के पास पहाड़ी से भारी संख्या में भूस्खलन होना शुरू हुआ जिससे गंगोत्री हाईवे 6 दिनों तक लगातार बंद रही प्रशासन के दबाव के बाद बीआरओ ने 6 दिन बाद वैकल्पिक मार्ग भागीरथी नदी से बनाया था जोकि पूरी तरह से फेल हो गया भागीरथी का जलस्तर अधिक होने से आवाजाही नहीं हो पा रही जिसके चलते लोग गाड़िया बड़ेथी से बनचौरा - ब्रह्मखाल से 70 
किलोमीटर अतिरिक्त घूम कर धरासू बैंड पहुँच रही है। सीमांत जिले उत्तरकाशी मुख्यालय जाने के लिए 
जोखिम भरे रास्तों से जाना पड़ रहा है। वैसे लॉक डाऊन 
में यात्रा बन्द है, लेकिन आवश्यक रसद सामग्री ले जाने मैं 
कठिनाई हो रही है। लॉक डाउन के दौरान एंबुलेंस मालवाहक ट्रकों की आवाजाही भी उक्त दूर मार्ग से करने को मजबूर है।