भेड़व बकरी पालकों को चरान चुगांन के लिए परमिट को लेकर जनप्रतिनिधि कर रहे विरोध।।



भेड़व बकरी पालकों को चरान चुगांन के लिए परमिट को लेकर जनप्रतिनिधि कर रहे विरोध।।

 

प्रधान बोले नया शासनादेश से हमारे हकहकूकों का हुआ हनन ।।

 

 

उत्तरकाशी 28 मई। भटवाड़ी ब्लॉक के  उपला टकनौर क्षेत्र की विभिन्न मांगों को लेकर क्षेत्र की आठ ग्राम पंचायत के प्रधानों ने ब्लॉक प्रमुख श्रीमती विनिता रावत से मुलाकात की।  प्रधानों ने कहा कि उतराखंड सरकार द्वारा जारी शासनादेश का विरोध कर उसे वापस लेने की मांग की हैं। नये  शासनादेश हमारे अधिकारों एवं हमारे हकहकूकों का हनन किया जा रहा है   भेड़व बकरी पालकों को चरान चुगांन के लिए परमिट निर्गत करने एवं चुगांन के लिए दो रुपये प्रति भेड़ व चार रुपये प्रति.बकरी लगाया गया है। प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार द्वारा यह कानून गलत बनाया है। क्षेत्र पंचायत  प्रमुख  ने जनप्रतिनिधियों को आश्वस्थ किया कि उनकी मांगों के निस्तारण कि पूर प्रयास किया जायेगा। 

गुरुवार को   विकास खंड के उपला टकनौर के मुखवा धराली,झाला,पुराली ,जसपुर, सुक्खी, वगोरी व हर्षिल आदि ग्राम पंचायत के प्रधानों ने ब्लाक प्रमुख श्रीमती विनिता रावत से मुलाकात की जिसमे जनप्रतिनिधियों ने उतराखंड सरकार द्वारा जारी शासनादेश का विरोध कर उसे वापस लेने की मांग की जिसमे भेड़व बकरी पालकों को चरान चुगांन के लिए परमिट निर्गत करने एवं चुगांन के लिए दो रुपये प्रति भेड़ व चार रुपये प्रति बकरी लगाया गया है।जन प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार द्वारा यह शासनादेश लाकर हमारे अधिकारों एवं हमारे हकहकूकों का हनन किया जा रहा है ।जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा जिस परब्लाक प्रमुख विनिता रावत ने डीएफओ से वार्ता की डीएफओ द्वारा कहा गया कि यह शासनादेश है कि बीना प्रमिट के कोई भी भेड़ पालक चरान चुगांन नहु करवा पायेगा तथा निर्धारित शुक्ल भी जमा करवाया जयेगा साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यदि भेड़ बकरी पालक छ किमीतक ही चरान चुगांन करवाता है तो उस पर कोई नियम लागू नहीं होगा लेकिन यदि वह छ किमी से आगे जायेगा तो उसे कर भी देना होगा व परमिट भी बनवाना होगा । ब्लाक प्रमुख ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री व वन मंत्री से बात करुंगी ।